प्रदूषण किसे कहते हैं? (Pradushan kise kahate hain)
pradushan kise kahate Hain |
प्रदूषण क्या है?(what is pollution)
प्रदूषण पूरे दुनिया के लिए एक बहुत बड़ी समस्या है जिसका पृथ्वी पर रहने वाले जीव जंतु और हमारे पर्यावरण पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है प्रदूषण सभी जगह फैल चुका है और दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है लेकिन बड़े शहरों की तुलना में छोटे गांव और कस्बों में प्रदूषण कम मिलता है।
प्रदूषण किसे कहते हैं?(pradushan kise kahate Hain?)
जब हमारे पर्यावरण के मुख्य घटक (वायु,जल,मिट्टी) मैं मिलकर उसके गुणों में किसी भी प्रकार का कोई दोष उत्पन्न करें जिससे हमारे जीवन हमारे परिवहन पर बुरा प्रभाव पड़े उसे प्रदूषण कहते हैं अब किसी भी पदार्थ को प्रदूषित करने वाले तत्व या पदार्थ को प्रदूषक कहते हैं।
प्रदूषक मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं।
1.जैविक प्रदूषक
2.अजैविक प्रदूषक
1. जैविक प्रदूषक किसे कहते हैं ?
अजैविक प्रदूषक किसे कहते हैं
जैसे-धातु,रबर,सीसा और प्लास्टिक के कचरा
प्रदूषण कितने प्रकार के होते हैं?(pradushan ke prakar)
प्रदूषण मुख्यत: चार प्रकार के होते हैं
जल प्रदूषण
वायु प्रदूषण
भूमि प्रदूषण
ध्वनि प्रदूषण
1. जल प्रदूषण-जब किसी भी जलस्रोत के जल में कोई हानिकारक पदार्थ मिलकर उसके गुण में कोई दोष उत्पन्न करें जिससे हमारे जीवन पर बुरा प्रभाव पड़े उसे जल प्रदूषण कहते हैं। या जब कोई हानिकारक पदार्थ या तत्व जैसे रसायनिक केमिकल कृषि क्षेत्र में प्रयोग किए जाने वाले, कीटनाशक किसी जलस्रोत में मिलकर उसे दूषित या उसके गुण में दोष उत्पन्न करें उसे जलप्रदूषण कहते हैं।
4. ध्वनि प्रदूषण-साधारण आवाज को ध्वनि कहते हैं और जो आवाज सुनने आवाज में किसी कारणवश कोई दोष उत्पन्न हो जिससे मानव और जीव जंतु को हानि और परेशानी हो उसे ध्वनि प्रदूषण कहते हैं।
- प्लास्टिक प्रदूषण
- रेडियोएक्टिव प्रदूषण
- थर्मल प्रदूषण
- समुंद्र प्रदूषण
1. प्लास्टिक प्रदूषण-प्लास्टिक को जमीन पर या जाल में इकट्ठा होने के कारण होने वाले प्रदूषण को प्लास्टिक प्रदूषण कहते हैं प्लास्टिक हमारे पर्यावरण को प्रदूषित करने में मुख्य भूमिका निभाता है। प्लास्टिक के जलने के कारण वायु प्रदूषण तथा भूमि प्रदूषण होता है प्लास्टिक प्रदूषण एक वैश्विक समस्या है ।
3. समुंद्र प्रदूषण-शहरों उद्योगों और कारखानों से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थ और जल को नदी नालों की सहायता से समुंद्र में छोड़ दिया जाता है और वर्षा के जल में मिले अशुद्ध पदार्थ और अकार्बनिक पदार्थ की मात्रा बढ़ जाती है जिस समुद्री जीव के प्रजनन क्षमता अवर जीवन काल कम होता है, उसे समुंद्र प्रदूषण कहते हैं।
4. रेडियोएक्टिव प्रदूषण-रेडियो एक्टिव तत्व के कारण वायुमंडल में उत्पन्न दोष को रेडियोएक्टिव प्रदूषण कहते हैं। रेडियोएक्टिव प्रदूषण रॉकेट और मिसाइल ,परीक्षण बम विस्फोट के कारण होता है। मोबाइल फोन टावर के कारण भी रेडियो एक्टिव प्रदूषण होता है।
5.थर्मल प्रदूषण-आज उद्योग और कंपनियों में उपकरण को ठंडा रखने के लिए, भारी मात्रा में जल का प्रयोग किया जाता है शिथिलीकरण में प्रयोग में किए गए जल को जल स्रोतों जैसे नदी तालाब समुंद्र में छोड़ दिया जाता है जिसके कारण जल स्रोत का तापमान अचानक बढ़ जाता है उसे थर्मल प्रदूषण कहते हैं जो जलीय जीवो को जीवन को प्रभावित करता है।
प्रदूषण के कारण(pradushan ke karan)
जल प्रदूषण के कारण-
- शहरों अवध और उद्योगों से निकलने वाले दूषित जल को जल स्रोत जैसे तालाब,नदी, समुद्र में छोड़ना
- शहरों और उद्योगों से निकलने वाले कूड़े कचरे को किसी भी जलस्रोत में फेंकना या छोड़ना
- किसी जलस्रोत में कपड़ा धोना या जानवरों को साफ करना।
- कृषि कृषि क्षेत्र में प्रयोग किए जाने वाले उर्वरक कीटनाशक को वर्षा के जल के साथ बह कर नदी और समुद्र में मिलना
वायु प्रदूषण के कारण-
- वाहनों तथा उद्योगों से निकलने वाली धुआ आणविक संयंत्र से निकलने वाली गैस जंगल में आग लगने के कारण निकलने वाली हानिकारक गैस तथा दुआ काकन प्लास्टिक कोयला और कृषि क्षेत्र के कचरा का जलना
- ज्वालामुखी का विस्फोट
- फ्रिज एसी जैसे उपकरण से निकलने वाली हानिकारक क्लोरोफ्लोरोकार्बन
- ग्रीन हाउस से निकलने वाली हानिकारक गैस जैसे-कार्बन डाइऑक्साइड,मीथेन
भूमि प्रदूषण के कारण-
- कृषि क्षेत्र में अधिक से अधिक उर्वरक तथा कीटनाशक का प्रयोग करना
- औद्योगिकरण नगरीकरण आवाज तेजी से जनसंख्या वृद्धि के कारण उत्पन्न होने वाला कूड़ा कचरा
- भवन सड़कों के निर्माण कार्य के द्वारा उत्पन्न कूड़ा कचरा को भूमि पर इधर-उधर छोड़ना
- प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का अधिक से अधिक प्रयोग करना
- घरों में उपयोग किए जाने वाले उपकरण जैसे-पंखा वाशिंग मशीन एसी पावर जनरेटर जैसी उपकरण।
- उद्योग या कृषि क्षेत्र में किए जाने वाले बड़े-बड़े उपकरण
- युद्ध के दौरान उपयोग किए जाने वाले सैन्य हथियार का आवाज
- बड़े बड़े वाहनों के द्वारा उत्पन्न आवाज
- हवाई तथा रेल यात्रा का आवाज
- शादी विवाह जैसे कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में प्रयोग किए जाने वाले लाउडस्पीकर
- प्रसार प्रचार में उपयोग किए जाने वाले लाउडस्पीकर
प्लास्टिक प्रदूषण के कारण -प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का अधिक से अधिक उपयोग करना पड़ता प्लास्टिक प्रदूषण का मुख्य का कारण है।
प्रकाश प्रदूषण के कारण-
किसी भी क्षेत्र में आवश्यकता से अधिक प्रकाश स्रोतों का उपयोग करना प्रकाश प्रदूषण का कारण है
समुंद्र प्रदूषण के कारण-
शहरों तथा कंपनियों के दूषित जल आवश्यक है जल समुद्र में मिलाना या छोड़ना छोड़ना समुंद्र प्रदूषण का कारण है।
रेडियोएक्टिव प्रदूषण के कारण-
मिसाइल रॉकेट अवर परमाणु परीक्षणों के कारण रेडियोएक्टिव प्रदूषण होता है और अधिक से अधिक रेडियोएक्टिव तत्व आवर मोबाइल फोन टावर का अधिक स्थापित करना रेडियोएक्टिव प्रदूषण का कारण है।
थर्मल प्रदूषण के कारण- उद्योग और कंपनियों में उपकरण के स्तरीकरण कार्य में प्रयोग हुए गर्म जल को किसी भी जलस्रोत में छोड़ने से जॉन सूरत का तापमान अचानक बढ़ जाता है अंत: कंपनियों का गर्म जल को किसी भी जल सूरत में छोड़ना थर्मल प्रदूषण का कारण है।
प्रदूषण के दुष्प्रभाव(pradushan ke dushprabhav)
जल प्रदूषण का दुष्प्रभाव- दूषित जल के सेवन करने से हैजा टाइफाइड पेचिश जैसी बीमारियां उत्पन्न होती है
- जल प्रदूषण के कारण जल स्रोतों के जल में आकर बनी पदार्थों की कमी हो जाती है जिससे जलीय जीव के स्वसन क्रिया पर प्रभाव पड़ता है जिसके कारण जलीय जीव मरने लगते हैं।
- जल प्रदूषण के कारण भूमिगत जल भी प्रदूषित होती है जिससे पीने योग्य पानी की कमी होने लगी है बड़े-बड़े शहरों में लगभग 1 लीटर पेयजल की कीमत ₹20 होता है।
- जल प्रदूषण के प्रभाव पेड़ पौधे पर भी पड़ता है प्रदूषित जल से फसल की सिंचाई करने पर फसल नुकसान हो जाता है या फसल में बीमारियां उत्पन्न हो जाता है।
- कभी-कभी नदियों और तालाबों के प्रदूषित यहां जहरीली जल को जंगली जानवर के पीने के कारण उसकी मौत हो जाती है।
वायु प्रदूषण का दुष्प्रभाव
- वायु प्रदूषण के कारण सभी जीव जंतु को विभिन्न प्रकार की हानिकारक बीमारियां होती है जल प्रदूषण के कारण मनुष्य में उत्पन्न होने वाली बीमारियां में सर्दी खांसी अंधापन दामा त्वचा संबंधित रोग-दाग खुजली स्किन कैंसर जैसी बीमारियां प्रमुख है।
- वायु प्रदूषण के कारण आंखों में जलन जैसी भी समस्या होती है।
- वायुमंडल के हमारे सुरक्षा कवच अजोन,जो सूर्य से आने वाली पैरामैंगनीज किरण से हमें सुरक्षा प्रदान करती है उसमें वायु प्रदूषण के कारण छिद्र हो रहा है जिससे सूर्य की पारा मैंगनीज किरण धरती पर पहुंच रही है जो स्किन कैंसर का मुख्य कारण है
- वायु प्रदूषण के कारण हमें स्वसन संबंधित बीमारियों का सामना करना पड़ता है जैसे-दामा।
- वायु प्रदूषण के कारण पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है।
- वायु प्रदूषण के कारण अम्लीय वर्षा होती है जो हमारे भवन इमारत तथा ऐतिहासिक भवनों की सुंदरता को नष्ट कर रही है अलवर सरकार कई बार हमारी फसल भी नुकसान हो जाता है। जे
भूमि भूमि प्रदूषण का दुष्प्रभाव
- भूमि प्रदूषण का सबसे बड़ा दुष्प्रभाव भूमि प्रदूषण के कारण जल प्रदूषण तथा वायु प्रदूषण का होना है जिसके कारण हमें कई प्रकार की बीमारियां होती है।
- कूड़ा कचरा सर निकलने के कारण अनेक प्रकार की विषैली गैस तथा बदबू निकलती है क्षेत्र को प्रदूषित करने के साथ-साथ वायु को भी प्रदूषित करती है।
- भूमि प्रदूषण या मृदा प्रदूषण के कारण उपजाऊ भूमि भी बंजर भूमि में बदल जाती है।
ध्वनि प्रदूषण का दुष्प्रभाव
- ध्वनि प्रदूषण के कारण सुनने की क्षमता में कमी होती है।
- ध्वनि प्रदूषण के कारण होने वाले रोग में चिड़चिड़ापन,सिरदर्द,अनिंद्रा प्रमुख है।
- ध्वनि प्रदूषण के कारण हृदय संबंधित रोग भी होता है जैसे-रक्तचाप
प्लास्टिक प्रदूषण का दुष्प्रभाव-
- प्लास्टिक प्रदूषण के कारण भूमिगत जल का स्तर कम हो रहा है जिससे पीने योग्य पानी की कमी हो रही है।प्ला
- प्रदूषण के कारण जल प्रदूषण जल प्रदूषण वायु प्रदूषण होता है।
रेडियोऐक्टिव प्रदूषण का प्दुष्प्रभाव प्रदूषण-
- जल प्रदूषण,वायु प्रदूषण और मृदा प्रदूषण को बढ़ावा देता है
- रेडियो एक्टिव प्रदूषण एक ऐसा प्रदूषण है जो लंबे समय तक चलता है और पृथ्वी पर रहने वाले सभी जीव-जंतु और मानव को बुरी तरह प्रभावित करता है।
प्रदूषण के रोकने का उपाय(pradushan ke rokne ka upay)
- जल प्रदूषण रोकने के लिए हमारे घरों और कंपनियों से निकलने वाले अपशिष्ट पदार्थों को एकत्रित करके संरक्षित करने के लिए सेप्टिक टैंक का निर्माण करना चाहिए ।
- कचरा या किसी भी अपशिष्ट पदार्थ को तलाब या नदियों में नहीं फेंकना चाहिए।
- जानवरों को जल स्रोत में साफ नहीं करना चाहिए।
- कृषि क्षेत्र में जितना कम हो सके उतना कम उर्वरक तथा कीटनाशक का प्रयोग करना चाहिए।
- हानिकारक कीटनाशक तथा रसायन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
- पेड़ पौधों को काटने से रोकना चाहिए और सरकार को पेड़ पौधे काटने वालों के लिए कठोर से कठोर नियम बनाना चाहिए।
- अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाना चाहिए।
- वाहनों के ईंधन के रूप में शीशा रहित पेट्रोल का इस्तेमाल करना चाहिए।
- इंधन वाले वाहनों के बजाय इलेक्ट्रिक वाहनों की अधिक से अधिक प्रयोग करना चाहिए।
- घरेलू ईंधन के रूप में एलपीजी गैस का उपयोग करना चाहिए।
- कारखानों और उद्योगों को शहर से दूर स्थापित करना चाहिए और उनके चिमनी ओ की अधिक से अधिक ऊंचाई रखना चाहिए ।
- कोयला,प्लास्टिक,रबड़ आदि जैसे पदार्थों को नहीं जलाना रोकना चाहिए।
वायु प्रदूषण रोकने का उपाय-
- उद्योग और कंपनियों से निकलने वाली कूड़ा कचरा को नष्ट कर, भूमि प्रदूषण को रोका जा सकता है इसे नष्ट करने के लिए भष्मीकरण विधि का प्रयोग करना चाहिए।
- शहरों और कंपनियों से निकलने वाले जैविक कचरा को जमीन में दफना कर उर्वरक बनाया जा सकता है जिससे भी भूमि प्रदूषण को कम किया जा सकता है।
- कुछ कचरे को रिसाइकल करके भी जमीन पर दर्शन को कम किया जा सकता है।
ध्वनि प्रदूषण रोकने का उपाय
- शादी विवाह प्रसार प्रचार में, उच्च ध्वनि में बजाने पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
- सरकार को रोड जाम रोकने के लिए एक विशेष नियम बनाना चाहिए।
- भारी वाहनों पर प्रतिबंध लगाना चाहिए जिसके कारण ध्वनि प्रदूषण होता है।
- हवाई अड्डे को शहरों से दूर स्थापित करना चाहिए।
- तीव्र आवाज करने वाले पटाखों का प्रयोग पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
- ध्वनि प्रदूषण के प्रभाव को कम करने के लिए कंपनियों में काम करने वाले मजदूरों को इयर्स प्लग जैसे उपकरण का प्रयोग करना चाहिए।
- प्लास्टिक से बनी वस्तुओं का कम से कम प्रयोग करना चाहिए।
- प्लास्टिक के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
- प्लास्टिक प्रदूषण के कारण होने वाले हानियों से लोगों को जागरूक करना चाहिए।
आपने इस पोस्ट में पढा "प्रदूषण क्या है, प्रदूषण किसे कहते हैं या प्रदूषण की परिभाषा, प्रदूषण कितने प्रकार के होते हैं, प्रदूषक क्या है, प्रदूषण के कारण, प्रदूषण का दुष्प्रभाव, प्रदूषण रोकने का उपाय"... इत्यादि मैं आशा करता हूं कि प्रदूषण से संबंधित आपके सभी प्रश्नों का उत्तर हमारे ब्लॉग के पोस्ट"प्रदूषण किसे कहते हैं" के माध्यम से मिला होगा अगर अभी भी आपके मन में प्रदूषण से संबंधित कोई प्रश्न है तो कमेंट बॉक्स में पूछें हमें उत्तर देने में खुशी होगी अगर आपको यह पोस्ट अच्छा लगा हो तो सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों के साथ अवश्य शेयर करें।
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Hello
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